Can girls take i-pill? | क्या लड़कियां आई पिल का सेवन कर सकती हैं-

Can girls take i-pill? | क्या लड़कियां आई पिल का सेवन कर सकती हैं-

Can girls take i-pill? | क्या लड़कियां आई पिल का सेवन कर सकती हैं-_ ichhori.com


आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली जिन्हें मॉर्निंग आफ्टर पिल या पोस्ट कोइटल पील के नाम से जाना जाता है ,इनका इस्तेमाल असुरक्षित सेक्स के बाद गर्भधारण की खतरे से बचने के लिए किया जाता है|

असुरक्षित यौन संबंध बनने के 3 दिन के भीतर यदि अनवांटेड पिल्स का उपयोग कर लिया जाए तो असमय और अनचाही प्रेगनेंसी से आसानी से बचा जा सकता है| आजकल मार्केट में कई तरह की अनवांटेड पिल्स आ चुकी है |जिससे आप अपनी अनचाही प्रेगनेंसी से बच सकते हैं |इनमें से मुख्यता आईपील ,अनवांटेड 72 जैसी गोलियां ज्यादातर उपयोग की जाती है |यह एक ऐसी इमरजेंसी पिल हैं जिसमे लेवोनॉजेर्सट्राल (levonogestrol) होता है, इसकी मदद से एग और सीमेंन का फर्टिलाइजेशन होने से रुक जाता है |

समाज में बढ़ती उन्मुक्तता के कारण लड़किया भी आजकल अवेधानीक संबंधो से गुरेज नही करती है| ऐसे में कई बार असुरक्षित यौन संबंध बन जाते हैं| असुरक्षित यौन संबंध के कारण होने वाली प्रेगनेंसी को अवॉइड करने के लिए लड़कियां इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल का उपयोग धड़ल्ले से करती है| आसानी से उपलब्ध इन गोलियों के प्रति जनसाधारण में कोई विरोध नहीं है |दवा की दुकान पर आसानी से बिना किसी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन के यह दवाइयां उपलब्ध है|

 आए दिन बाजार में इन इमरजेंसी पिल्स के नए ब्रांड का आना इस बात का सबूत है कि भारत के शहरों में युवाओं के बीच यह गोली तेजी से अपनी जगह बना रही है|

यदि विशेषज्ञों की माने तो उनके अनुसार सामाजिक ढांचे में आये बदलाव के कारण इन दवाईयो के सेवन में तेजी नजर आ रही है| पश्चिमी संस्कृति के असर से युवाओं के बीच नजरिया पनपता जा रहा है, की कैजुअल सेक्स एक हम बातें और इन गोलियों के सेवन के जरिए अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है| एक कॉलेज जाने वाली लड़की के अनुसार-" कई बार मस्ती मस्ती में बिना प्लानिंग के सेक्स हो जाता है |एसे मे प्रेगनेंसी की अवोइड़ करने के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स से बेहतर कोई उपाय नहीं है|"

इस पिल्स के नुकसान-

दिल्ली में सेंटर फॉर विमेन डेवलपमेंट स्टडीज के प्रोफेसर रेनू अदलखा के अनुसार-" आसानी से उपलब्ध इन गोलियों का जनसाधारण में विरोध ना हो ना इस बात का घोतक है कि सामाजिक परिदृश्य नजरिए में बदलाव आ रहा है| इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव के इस्तेमाल और प्रभाव के बारे में समाज में खुलकर चर्चा नहीं की जाती हैं| यह गोलिया बच्चे के जन्म पर रोक लगाती है खासकर बिना सोचे समझे या बिना प्लानिंग के किए गए सेक्स पर |इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियों में लेवोनॉर्जेस्ट्रेल होता है, जो एक तरह से प्रोजेस्ट्रोन होता है, जो महिलाओं के एक को गर्भाशय की दीवार भेदने से रोकता है और गर्भ नहीं ठहरने देता है |और यदि अंडाणु निकल चुके हैं तो इस पर स्पर्म  मिलने नहीं देता| यह गर्भाशय की दीवार में ढेरों रुकावट पैदा करता है और प्रेगनेंसी में मुश्किल खड़ी कर देता है |हालांकि यह विधि पूरी तरह सुरक्षित नहीं है अगर बिना किसी सुरक्षा के सेक्स करने के बाद 72 घंटे की अवधि में गोली ले ली जाती है तो इसके असफल रहने के चांसेस 20 से 25 परसेंट है|" जनसाधारण में अपनी पहुंच बना चुकी इस गोली की बिक्री में बढ़ोतरी तब हुई ,जब सन 2005 में इन गोलियों को बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के दवा की दुकान से खरीदने की मंजूरी मिल गई और यह आसानी से उपलब्ध होने लगी |यह कानून के आने के बाद फार्मा कंपनियों ने इसका बेतहाशा प्रचार करना शुरू कर दिया और लोगों के मन में इन गोलियों के प्रति दिलचस्पी जगा दी |

पहले 2 गोलियां लेनी पड़ती थी मगर अब एक गोली वाली यह दवाई आसपास के मेडिकल स्टोर पर ही आसानी से उपलब्ध है|

क्या लड़कियां यह दवाई ले सकती है-

हां लड़कियां भी अनचाहे गर्भ  से निपटने के लिए इन दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं |मगर अति सर्वत्र वर्जित है |इन दवाइयों का रेगुलर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है |

भारत में या गोली बिना किसी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन की कोई भी उम्र का व्यक्ति ले सकता है| मगर दुनिया भर में गोलियों के इस्तेमाल के संबंध में अलग-अलग नियम है अगर इंग्लैंड की बात करें तो यह one-step प्रोजेस्ट्रोन दवा 16 साल से ज्यादा उम्र के किसी भी बच्चे को बेची जा सकती है| तो अमेरिका में बिना प्रिसक्प्शन के लिए दवा खरीदने वालों के लिए उम्र सीमा 18 साल है कुछ देशों में नियम थोड़ी सकते हैं| तो वहीं चीन और भारत में यह दवा आसानी से मिल जाती है |वहीं जर्मनी में प्रिस्क्रिप्शन दिखाकर इन दवाइयों को खरीदा जा सकता है |नार्वे में दवा की दुकान पर दो खुराक वाली गोलियां सभी उम्र के लिए उपलब्ध है, वही यह एक खुराक वाली गोली डॉक्टर के प्रिसक्प्शन के बाद दी जाती है|

 यह गोली बेशक अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने का अचूक उपाय है मगर इसके काफी दुष्प्रभाव भी है| कई विशेषज्ञ इसके दुष्प्रभाव के कारण इसका लगातार विरोध करते हैं ,मगर इसकी तरफदारी और विरोध करने वालों के बीच जारी बहस के बावजूद आसानी से मिलने वाली इस दवा का अगर इसका बार बार इस्तेमाल किया जाए तो हार्मोन पैटर्न के बदलने का खतरा रहता है, जो बाद में प्रेग्नेंट होने की राह में मुश्किल पदा करता है|

कई लड़कियां तो 1 महीने में 8 से 10 गोलियां खा लेती हैं| इन गोलियों को खाने में भी सावधानी नहीं बरती गई तो पॉलिसिस्टीक ओवरी सिंड्रोम भी हो सकता है|

इन दवाइयों के साइड इफेक्ट-

• इस दवाई को खाने के बाद उल्टी दस्त और थकान हो सकती है|

• कुछ महिलाओं को सिर दर्द की शिकायत होती है| जो इन दवाइयों का सबसे कॉमन साइड इफेक्ट है|

• पेट में दर्द के साथ साथ पीरियड आने में देरी हो सकती है और कई बार पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग होती है|

इन गोलियों का दूसरा नुक्सान यह है कि इससे यौन संक्रमित रोगों को फैलने से नहीं रोका जा सकता है| पिछले कुछ साल में हरपीज, एचआईवी और हेपेटाइटिस के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है| क्योंकि लोगों में कंडोम के बजाय गोलियों का इस्तेमाल बढ़ गया है| इसका व्यापक स्तर पर इस्तेमाल ह्यूमन पैपिलोमा वायरस को जन्म देता है| ऐसा वायरस जो यौन संबंधों  से फैलता है और गर्भाशय में गांठ और सर्वाइकल कैंसर पैदा कर सकता है|

इन दवाइयों के साथ रखने वाली सावधानियां-

१-हर तरह की दवाई की तरह इस दवाई को भी खरीदने के पहले एक्सपेडिटेड जरूर चेक करें|

2- किसी भी तरह की शरीर में एलर्जी हो या इसको लेने के बाद उल्टी हो जाए तो इसे लेने से बचें|

3- इन दवाइयों को लेने के बाद यदि पीरियड में देरी हो या फिर पीरियड के दौरान किसी प्रकार

 की समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें|

4- इस प्रकार की गोलियों का महीने में दो बार से ज्यादा प्रयोग करना हर हाल में सेहत के लिए हानिकारक है|

5- इस दवा को लेने के बाद डॉक्टर आराम करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इन दवाइयों को लेने के बाद कई लोगों को चक्कर आना और घबराहट होने लगती हैं| इसलिए इस दवा को लेने के बाद आप किसी भी प्रकार की ट्रैवलिंग या कोई भारी काम करने से बचें|

6- यदि आप डॉक्टर की सलाह के बिना आईपीएल टेबलेट ले रही है तो उत्पाद की पैकेजिंग पर दिए गए निर्देश को ध्यान से पढ़ना ना भूले| यदि आप डॉक्टर की सलाह पर यह दवाई ले रही है तो डॉक्टर के दिशा निर्देश अनुसार इस दवाई को ले|

7- असुरक्षित यौन संबंध के बाद जितनी जल्दी हो सके भोजन के साथ या बिना भोजन के एक टेबलेट ले ले क्योंकि 72 घंटे के भीतर इस टेबलेट को लेने पर यह टैबलेट बेहतर तरीके से काम करती है|

क्या 72 घंटे के बाद इन गोलियों का उपयोग किया जा सकता है-

असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद 72 घंटे के भीतर आईपील टेबलेट लेने की सलाह दी जाती है| फिजिकल रिलेशन के 72 घंटों के बाद यह गोली पूरी तरह से अप्रभावित होती है|

विनीता मोहता विदिशा


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