Online Break-up kaise sambhale? - ऑनलाइन ब्रेक-अप कैसे संभाले

 आज की दुनिया में इंटरनेट और सोशल मीडिया लोगों की ज़िन्दगी का एक एहम हिस्सा बन चुका है। लोग इंटरनेट के ज़रिए सोशल मीडिया पर लोगों से मिलते हैं, उनसे जुड़ते हैं। कई बार लोग इंटरनेट के ज़रिये प्रेम को पाते हैं। लेकिन केवल एक चैटबॉक्स के ज़रिए किसी को पूरी तरह जानना और समझना मुश्किल है। जिसकी वजह से लोग धोखे का शिकार भी हो जाते हैं। ऐसे में उनके लिए इस भावनाओं और सवालों के चक्रव्यूह से निकलना मुश्किल होता है। 


ऐसे में लोग कई प्रकार की गलतियां करते हैं जो उन्हें इस चक्रव्यूह से निकाने की जगह और उसमे फंसा देती है। लोग सोशल मीडिया पर हुए धोखे या ग़लतफहमी के चलते अपनी काबिलियत और अपनी किस्मत पर सवाल उठाने लगते हैं। कई लोग इसके लिए खुद को दोषी मानने लगते हैं और खुद में घुटने लगते हैं। कभी कभी वे अपनों से बातचीत तक बंद कर खुद को अकेला कर लेते हैं। या अत्यधिक सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने लगते हैं। कई बार पाया गया है कि लोग अपने दर्द को गलत समझ डेटिंग ऐप्स के ज़रिए या सोशल मीडिया के ही ज़रिये दूसरा साथी ढूंढने लगते हैं। इन सबसे उन्हें लगता है कि उनका दुःख कम होगा या खत्म हो जायेगा। अगर आप भी यही सब कर रहे हैं तो कृपया करे। अभी रुके और खुद पर दया करें। समझें कि इसमें आपकी गलती नहीं थी। 


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दर्द को स्वीकारे 


अक्सर लोगों को लगता है कि ऑनलाइन संबंध गहरे नहीं हो सकते और उनके टूटने से दुःख भी नहीं होना चाहिए। इसके चलते वे अपने दुःख को छिपाने या दबाने का प्रयास करते है। यह सबसे गलत है। प्रत्येक व्यक्ति अलग तरीके से महसूस करता है। सबकी भावनाएं अलग होती है। ऑनलाइन ही सही, भावनात्मक जुड़ाव टूटने पर दर्द देता है। इसे गलत या छोटा आंककर दर्द को दबाना या छिपाना इसे बढ़ाता है। इसकी जगह अपनी हालत और दर्द को स्वीकारे। समझें कि दर्द प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा है और यह हमारे जीवित होने का प्रमाण है। इसलिए दर्द को निकाले और बहने दें। वो करें जो आपको बेहतर महसूस कराये। यदि आपको बेहतर महसूस हो तो आप सोशल मीडिया पर अपना स्टेटस बदलकर सिंगल कर सकते हैं। 


पहला कदम : डिजिटल दुनिया से दूरी 

ऑनलाइन ब्रेकअप के बाद अक्सर लोग अपने साथी पर नज़र रखने या उन्हें चेक करने के लिए सोशल मीडिया ज़्यादा चलाने लगते हैं। इससे कई बार पुरानी तस्वीर या याद आपको बेहतर होने से रोक सकती है। इसलिए सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखने की कोशिश करे। फ़ोन से दूर आप अपना समय दूसरी चीज़ो को दे सकते हैं जैसे

- अपने परिवार के साथ समय बिताएं। वे शुरुआत से अंत तक आपके साथ खड़े होते हैं। उनका साथ आपको निश्चित ही बेहतर अनुभव कराएगा। 

- ऑनलाइन डेटिंग से खुद को आराम दें। कुछ समय खुद के साथ बिताएं। खुद को जाने, समझें और ख्याल रखें। 

-पुराने दोस्तों के साथ वक़्त बिताएं। उनसे फ़ोन पर, या मिलकर बातें करें। 

-घूमें: अपनी मनपसंद जगहों पर जाएं। 


दूसरा कदम: स्वयं पर ध्यान

- फ़ोन से दूर रहकर खुद पर ध्यान दें। योग, व्यायाम, प्राणायाम, मैडिटेशन या दूसरी स्वस्थ आदतें और स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। सोकर अपने दिमाग को आराम दें। 

- कोई हॉबी ढूंढे और उसे शुरू करें। खेल, कुकिंग, प्लांटिंग, ड्राइंग-पेटिंग, पोएट्री जैसी कोई भी चीज़ जो आपको पसंद हो उसे सीखें। पहले से सीखी हुई आदतें दोबारा शुरू करें। 

-खुद को बेहतर महसूस कराएं। आपके शरीर, दिमाग और त्वचा को पोषण दें। स्वयं से प्यार जतायें। 


तीसरा कदम: करियर पर ध्यान 

- नई स्किल सीखें: हॉबी को ही बेहतर कर उसे एक स्किल में बदल सकते हैं। या कोई नई प्रोफेशनल स्किल सीखें। इसमें आप अपने कार्यक्षेत्र से जुड़े कोर्स कर सकते हैं या उससे जुडी स्किल सीख सकते हैं। 

- नौकरी पर ध्यान दें : यदि आप काम नहीं कर रहे तो कोई नौकरी ढूंढे। इससे आपका दिमाग दूसरी चीज़ों से हटेगा। यदि आप काम कर रहे हैं तो उसी में नए अवसर ढूंढे और उन्हें फॉलो करें। 

- सपने पर ध्यान दें : हर कोई जीवन में कुछ नया या बड़ा करने का इरादा करता है। यदि आपके दिमाग में भी कभी कोई ऐसा आईडिया आया था, तो उसे दिमाग के कोनो से निकाले और उसपर काम शुरू करें। 


जीवन का लक्ष्य 

हर व्यक्ति किसी किसी लक्ष्य से जुड़ा होता है। अपने जीवन के लक्ष्य को ढूंढें, उसे पहचाने और उसपर काम करना शुरू करें। यह लक्ष्य आत्म-विकास, समाज-सेवा, प्रकृति का उत्थान, या कुछ भी हो सकता है। अपनी दिनचर्या में से वक़्त निकालकर अपने जीवन के हर पड़ाव पर ध्यान दें और अधूरे काम या रिश्तों को पूरा करने की शुरुआत करें। वो करें जो आपको अच्छा महसूस कराए और आपको अंदर से मज़बूत बनाये।


इसके अलावा आप यदि अगले रिश्ते की तरफ बढ़ने की सोच रहे हैं तो उससे पहले खुद को समय दें। अच्छे से सुनिश्चित करें कि आप इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हैं। किसी के कहने या बस दिखाने के लिए किसी रिश्ते में जल्दबाज़ी करें। अगर उसके बाद आप खुद को इसके लिए तैयार पाते हैं, तो किसी रिश्ते में आगे बढिये। और यदि आप ऑनलाइन रिलेशनशिप की ओर बढ़ रहे हैं, तो इन कुछ चीज़ो का ध्यान रखें जिससे आप रिश्ता टूटने की स्थिति में खुद को टूटा या बिखरा पाएं। 


 खुद को समय देना भूलें 


कई बार ऑनलाइन रिलेशनशिप के चलते लोग अपने निजी जीवन को दरकिनार कर फ़ोन में व्यस्त रहते हैं। इससे उनके चारो तरफ की दुनिया से वे कही पीछे छूट जाते हैं। यह गलती कई बार लोग ऑनलाइन रिश्ता टूटने के बाद महसूस करते हैं। इसलिए आप यह गलती करें। अपने साथी के साथ वक़्त बिताएं लेकिन उन्हें और खुद को निजी जीवन के लिए वक़्त दें। अपनी हॉबी और अपने दोस्तों और अन्य रिश्तों को समय दें। इससे आप किसी एक इंसान से जुड़ने के लिए अपने जीवन के बाकी सब पहलुओं को पीछे नहीं छोड़ेंगे। यह आपके मानसिक संतुलन को बनाये रखने में भी सहायक होता है।


जल्दबाज़ी करें 

सोशल मीडिया पर किसी से मिलने के बाद जल्दबाज़ी करें। रिलेशनशिप में आने से पहले खुद को और व्यक्ति को अच्छा ख़ासा समय दें। सामने वाले व्यक्ति को जितना हो सके, उतना अच्छे से समझें। चूँकि आप मिलकर प्रत्यक्ष रूप से उन्हें नहीं जान सकते, और ऑनलाइन किसी को समझना आसान नहीं होता तो ऐसे में थोड़ी भी जल्दबाज़ी आपके लिए महंगी पड़ सकती है। रिलेशन में आना एक महत्वपूर्ण फैसला होता है क्योंकि इसमें आपको अपना समय, अपनी भावनाएं और अपने प्रयास देने होते हैं। ऐसे में एक गलत फैसला आपका समय और मानसिक संतुलन खराब कर सकता है। इसलिए बेहतर है कि आप वक़्त के साथ सामने वाले व्यक्ति को अच्छे से समझकर ही फैसला लें। 

सोशल मीडिया जीवन नहीं 

यह समझना ज़रूरी है कि सोशल मीडिया ही हमारा पूरा जीवन नहीं होता। ऐसे में अपने रिलेशन के हर छोटे बड़े उतार चढ़ाव को सोशल मीडिया पर दुनिया के साथ पेश करना एक गलत फैसला साबित हो सकता है। यह फैसला आपके वर्तमान रिश्ते को बेवजह चर्चा का विषय और भविष्य में किसी दूसरे रिश्ते के लिए एक असहजता का कारण बन सकता है। आपके निजी जीवन को आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। इसलिए सोशल मीडिया को अपने निजी जीवन से अलग रखें।


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