Can we die from endometriosis?/ क्या एंडोमेट्रियोसिस से हम मर सकते हैं -

Can we die from endometriosis?/ क्या एंडोमेट्रियोसिस से हम मर सकते हैं -

Can we die from endometriosis?/ क्या एंडोमेट्रियोसिस से हम मर सकते हैं -_ichhori.com


जीवन एक खेल की भांति है जहां हार जीत लगी रहती है सुख और दुख आते जाते रहते हैं फिर भी हर परिस्थिति का सामना करने की हिम्मत हो तो हर मुश्किल आसान लगती है लेकिन वो हिम्मत और वो ताकत के लिए शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने की आवश्यकता है इसलिए तो कहते हैं

   खुश रहना है तो रखो स्वास्थ्य का ध्यान,

   होना हो अगर बीमारी से मुक्त,

   तो खाओ पौष्टिक आहार,

  तो रहोगे  हमेशा स्वस्थ,


लेकिन आधुनिक चकाचौंध ने हमारे सभ्यता संस्कृति को नही बल्कि हमारे पहनावा खान पान को भी बदल दिया है हम आधुनिकता के सांचे में ढलते ढलते जीवन को खतरे में डाल दिया है क्योंकि जहां हमारा शरीर चुस्त दुरुस्त हुआ करता था आज वो बीमारी का शिकार हैं जिसका एक कारण हमारा अव्यवस्थित दिनचर्या और तेलीय पदार्थों का सेवन,

जिस कारण न चहाकर भी हम अनेकों बीमारियों से ग्रस्त हैं जहां पहले हम बीमारी का नाम सुनते थे आज वो बीमारी हमारे अंदर विघमान है एक कुंडली की भांति और महिलाओं में एक समस्या अधिकतर देखने को मिलती है कि वह शीघ्र ही थकान महसूस करने लगती है बांझपन इत्यादि जिसका एक कारण महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी होना जो एक आम स्वास्थ्य समस्या है,

    लेकिन महिलाओं को एक चिंता हमेशा रहती है कि कहीं यह बीमारी जानलेवा तो नहीं है क्योंकि महिलाएं दिल से बहुत कोमल होती है इसलिए थोड़ी सी तकलीफ़ में अधिक तनाव लेने लगती है लेकिन सबसे पहले यह जानना अति आवश्यक है कि यह एंडोमेट्रियोसिस बीमारी क्या है इसके होने के क्या कारण है और ऐसे कौनसे लक्षण है जिनसे हम ज्ञात हो कि हम इस बीमारी के शिकार हैं और क्या वास्तव में यह बीमारी जानलेवा है,

    तो सर्वप्रथम एंडोमेट्रियोसिस क्या है -

   

एंडोमेट्रियोसिस जोकि महिलाओं में एक आम स्वास्थ्य समस्या है यह शब्द एंडोमेट्रियम से लिया गया है जो कि बच्चेदानी की अस्तर के टिश्यू होते हैं इसे एक गैर कैंसर वाली स्थिति भी कह सकते है और यह एंडोमेट्रियोसिस बीमारी ज्यादातर तब होती है

जब इन टिश्यू के समान टिश्यू बच्चेदानी के बाहर या हमारे शरीर के उन अन्य अंगों में बढ़ने लगते हैं जहां यह सामान्य रूप से नहीं पाए जाते और ज्यादातर एंडोमेट्रियोसिस सबसे ज्यादा इन अंगों में पाया जाता है -

ओवरी (अंडाशय) फैलोपियन ट्यूब, और वह ऊतक जो बच्चेदानी को उसकी जगह पर रखते हैं तथा बच्चेदानी की बाहरी सतह साथ ही अन्य अंगों में भी एंडोमेट्रिओसिस हो सकता है जैसे

• कि योनि, सर्विक्स, वल्वा, आंत्र, ब्लैडर , या रेक्टम इत्यादि,

• तथा कुछ दुर्लभ मामलों में एंडोमेट्रिओसिस शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है, जैसे कि फेफड़े, मस्तिष्क और त्वचा,

• हालांकि भारत में एंडोमेट्रिओसिस बीमारी के शिकार भारत की 1 करोड़ से भी अधिक महिलाएँ होती है और  सामान्यतः भारत में  हर दस में से किसी एक महिला को यह बीमारी होती है,


एंडोमेट्रिओसिस के कारण - कोई भी बीमारी हमारी अव्यवस्थित दिनचर्या का परिणाम होती है क्योंकि हमारी खान पान की दिनचर्या अव्यवस्थित रहती है न हम समय से खाते हैं न सोते है जिस कारण हमारा शरीर कमजोर होता है और अनेकों बीमारियों का शिकार,

हालांकि इसके कारण स्पष्ट नहीं है फिर भी कुछ ऐसे कारण हैं जिसके कारण यह हो सकता है

.

1. रेट्रोग्रेड पीरियड्स - यह भी एक कारण है जिससे यह बीमारी होने का खतरा रहता है इसमे मासिक धर्म के रक्त वाली एंडोमेट्रिअल कोशिकाएं फैलोपियन ट्यूबों के माध्यम से शरीर के बाहर जाने की जगह पेल्विक कैविटी में चली जाती हैं और ये विस्थापित एंडोमेट्रिअल कोशिकाएं पेल्विक के अंगों की सतहों और उनकी दीवारों पर चिपक जाती हैं जहां वे प्रत्येक मासिक धर्म चक्र के दौरान अधिक मोटी हो जाती हैं और जिसके कारण अधिक रक्तस्राव होता हैं,


2. पेरिटोनियल कोशिकाओं का परिवर्तन

एंडोमेट्रियोसिस का यह एक कारण हो सकता है क्योंकि यौवन के दौरान पेट के अंदरूनी भाग को रेखांकित करने वाली पेरिटोनियल कोशिकाओं का एंडोमेट्रिअल कोशिकाओं में परिवर्तन भी एंडोमेट्रियोसिस का एक कारण हो सकता है,


3. परिवारिक इतिहास - कभी कभी जन्मजात बीमारी या यदि किसी सदस्य को कोई बीमारी होती है तो वो परिवार के दूसरे सदस्य में होना पारिवारिक इतिहास कहलाता है इसलिए अपने चिकित्सक से सलाह करनी चाहिए अगर आपके परिवार में से किसी को एंडोमेट्रियोसिस है .


4. गर्भावस्था का इतिहास

.ऐसा कहा जाता है कि गर्भावस्था एंडोमेट्रियोसिस से महिला को बचाती है लेकिन कहीं भी स्पष्ट तथ्य नहीं है क्योंकि यह उन महिलाओं में भी हो सकता है जो पहले गर्भवती हो चुकी हैं,


5. मासिक धर्म का इतिहास -

हालांकि स्पष्ट कारण नहीं है पर यदि आपके परिवार में किसी को मासिक धर्म से सम्बंधित

समस्याएं हैं (जैसे कम या ज़्यादा समय के लिए

मासिक धर्म होना, भारी मासिक धर्म होना या कम उम्र

में मासिक धर्म शुरू हो जाना) तो आपको चिकित्सक से

संपर्क करना चाहिए क्योंकि इससे आपको उस बीमारी का खतरा न होकर ऑस्टियोपोरोसिस होने का जोखिम बढ़ सकता है,



एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण -


एंडोमेट्रियोसिस के निम्नलिखित लक्षण हैं जिनसे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि हम इस बीमारी के शिकार हैं

जैसे पीरियड्स में दर्द ज्यादा होना या फिर कभी कभी

बिना पीरियड्स के श्रोणि के हिस्से में दर्द होना या सेक्स में दर्द होना, बाँझपन, थकान इनके आलावा एंडोमेट्रियोसिस में कुछ चक्रीय लक्षण

  चक्रीय लक्षण अर्थात यह वह लक्षण होते हैं जो पीरियड्स से कुछ दिनों पहले शुरू होते हैं और कुछ दिनों बाद गायब हो जाते हैं या कभी कभी केवल पीरियड्स के दौरान ही होते हैं और यह लक्षण मासिक धर्म बंद होने के बाद अगले महीने फिर से प्रकट हो जाते हैं साथ ही

  आंत्र समस्याएं जैसे समय-समय पर सूजन, दस्त या

  कब्ज, शौच में दर्द, मूत्र में खून आना, गुदा से खून आना

  कंधे का दर्द इत्यादि लक्षण आपको महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें अन्यथा परिणाम अधिक घातक हो सकते हैं,

हालांकि एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब एंडोमेट्रियम जैसा

ऊतक अंडाशय, पेट और आंत्र जैसे क्षेत्रों में गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगता है और जिसके परिणामस्वरूप बहुत

दर्दनाक ऐंठन, रक्तस्राव, पेट की समस्या और अन्य

लक्षण दिखाई देने लगते है जो एंडोमेट्रियोसिस होने का संकेत देते हैं और दुर्लभ मामलों में एंडोमेट्रियोसिस चिकित्सिक स्थितियों का कारण बन जाता है जो सही तरीके से इलाज न किए जाने पर घातक सिद्ध हो सकता हैं,



लेकिन यह जानना आवश्यक है कि  क्या वास्तव में हम एंडोमेट्रियोसिस से मर सकते हैं


एंडोमेट्रियोसिस एक एंडोमेट्रियल कोशिकाएं बनाता है जो

गर्भाशय की परत के समान होती हैं, जिससे वे गर्भाशय के अंदर के बजाय शरीर में असामान्य स्थानों में विकसित होने लगती हैं और एंडोमेट्रियल ऊतक एक महिला के मासिक धर्म चक्र के दौरान होने वाले रक्तस्राव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और ऐंठन जो गर्भाशय की परत को बाहर निकालने का कारय करती है और जब एंडोमेट्रियम जैसा ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगता है तो परिणाम दर्दनाक और समस्याग्रस्त हो जाते हैं

और एंडोमेट्रियोसिस के परिणामस्वरूप निम्नलिखित जटिलताएं हो जाती हैं, जो सही रूप से उपचार न होने पर घातक हो जाती हैं जैसे -


1. अस्थानिक गर्भावस्था या एक्टोपिक -

एक्टोपिक गर्भावस्था जब होती है जब एक निषेचित अंडा गर्भाशय के बाहर प्रत्यारोपित होता है और आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में जिससे फैलोपियन ट्यूब फट जाती है, जिससे आंतरिक रक्तस्राव होने लगता है और जिस कारण

एंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाओं में अस्थानिक गर्भावस्था का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है और तो और

एक्टोपिक गर्भावस्था के लक्षणों में योनि से असामान्य

रक्तस्राव, श्रोणि के एक तरफ होने वाली हल्की ऐंठन और पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना शामिल हैं

और यदि आप एंडोमेट्रियोसिस की रोगी है तो आंत्र रुकावट या एक्टोपिक गर्भावस्था के लक्षण अनुभव करती हैं, तो तत्काल चिकित्सक उपचार कराएं अन्यथा परिणाम अधिक घातक हो सकते है


2. छोटी आंत में रुकावट -

एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय के ऊतकों को आंतों में कहीं से भी बढ़ने का कारण बनता है और 3 से 37 प्रतिशत महिलाएं इस समस्या के साथ यह परेशानी होती है,और तो और

दुर्लभ मामलों में, ऊतक रक्तस्राव और निशान पैदा करता है जो आंतों में रुकावट पैदा करता है तथा छोटी आंत में रुकावट के कारण पेट में दर्द, जी मिचलाना और गैस या मल निकलने में समस्या जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं

यदि बिना उपचारित छोड़ दिया जाता है, तो आंत्र रुकावट

के कारण दबाव बढ़ता है, जिसके परिणामस्वरूप संभवतः आंत्र में एक छेद हो जाता है और एक रुकावट आंतों में रक्त की आपूर्ति को भी कम कर देता है इसलिए यह दोनों घातक हो सकते हैं,


3• जीर्ण दर्द - एंडोमेट्रियोसिस उन क्षेत्रों में दर्द पैदा करता है जो इसे प्रभावित करता है लेकिन एंडोमेट्रियोसिस का इलाज करने से इस दर्द को कम करने में मदद मिलती है,


4• बांझपन - अनुमानित 30 से 50 प्रतिशत बांझमहिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस बीमारी पाई जाती है


5• डिम्बग्रंथि के सिस्ट  - ये पैल्विक दर्द, सेक्स के दौरान दर्द और भारी या अनियमित पीरियड्स का कारण बनते हैं,


6.पेशाब में समस्या होना - यह समस्या तब होती हैं जब एंडोमेट्रियोसिस मूत्राशय को प्रभावित करता है,



माना यह बहुत दर्दनाक एवं खतरनाक बीमारी है लेकिन एंडोमेट्रियोसिस का इलाज आपको इन सभी संभावित जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है 

हालांकि यह आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, इसे हम एक घातक बीमारी कह सकते है और अत्यंत दुर्लभ उदाहरणों में एंडोमेट्रियोसिस की जटिलताएं संभावित रूप से जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली समस्याएं पैदा करती हैं लेकिन यह जानलेवा नहीं हो सकती और

यदि आपको एंडोमेट्रियोसिस और इसकी जटिलताओं

के बारे में चिंता है, तो डॉक्टर से बात करे लेकिन ऐसा कहीं भी प्रमाणित नहीं हुआ है कि इस बीमारी से आप मर सकते हैं इसलिए आप डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।


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